रांची ।विश्व सेवा परिषद बिहार प्रदेश के द्वारा मूलत: बिहार निवासी डॉक्टर रजनी शर्मा चंदा, सदानंद सिंह यादव एवं संतोष समर को साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यो के लिए बिहार स्थापना दिवस 22 मार्च के शुभ अवसर पर “बिहार सेवा रत्न अवार्ड 2025” प्रदान किया गया। राज्य सरकार, भारत सरकार एवं एस सी आई द्वारा मान्यता प्राप्त विश्व सेवा परिषद के अध्यक्ष श्री सुखेंद्र यादव एवं अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष संस्थापक डॉक्टर बी बी राज के द्वारा यह सम्मान समारोह गया जिले के गुरारू प्रखंड स्थित सर्वोदय विद्या मंदिर प्लस टू उच्च विद्यालय में आयोजित किया गया तथा इसमें चयनित 21 विद्वतजनों को उनके क्षेत्र में किए गए कार्यों एवं योगदानों के लिए यह सम्मान प्रदान किया गया। रांची में निवासरत तीन साहित्यकार जिसमें हवेली खड़गपुर, मुंगेर के मूल निवासी सदानंद सिंह यादव बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी श्री यादव की अगर बात करें तो इनकी खूबी है कि यह विलुप्तप्राय गीतों को तो गाते ही हैं साथ ही स्वरचित गीतों को भी स्वरबद्ध कर कई गीत गाए हैं ।इन्हें कई प्रतिष्ठित सम्मान भी प्राप्त हो चुके हैं ।वह लगातार साहित्य एवं संस्कृति के क्षेत्र में सक्रिय रहते हैं। श्री यादव कई सालों से विविध मंचों पर काव्य पाठ कर रहे हैं। कविता के अलावा ज्यादातर ये लोकगीत की प्रस्तुत करते हैं। इन्हें पत्रकारिता का भी अनुभव प्राप्त है ।कई संस्थानों के लिए लेखन तथा देश के कई प्रतिष्ठित पत्र – पत्रिकाओं में
इनके आलेख प्रकाशित होते रहे हैं। पटना, बाढ़ की मूल निवासी डॉ रजनी शर्मा चंदा साहित्य, चिकित्सा , शिक्षा एवं समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रही है। राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत के अनेक मंचों पर सुमधुर गीत गजलों की प्रस्तुति दे चुकी है। इनके लिखे श्रृंगार रस में छंदबद्ध तथा छंदमुक्त कविता गीत आदि विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते हैं। इनके गायन की प्रस्तुति दूरदर्शन आकाशवाणी से प्रसारित होते हैं। रोहतास, डेहरी ऑन सोन के मूलत: निवासी संतोष समर कविताओं में एक से बढ़कर एक हास्य व्यंग का सृजन करते हैं । जिसमें समाज में व्याप्त कई कुरीतियों तथा भ्रष्टाचार के प्रति जागरूक करते हुए हास्य व्यंग लेखन करते हैं । हास्य व्यंग लेखन अत्यंत कठिन विद्या है। इनके लेखन से समृद्ध साहित्य में उल्लेखनीय योगदान मिलता हैं।