राँची :- उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी राँची, श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने आज दिनांक 25 जुलाई 2025 को समाहरणालय, राँची के ब्लॉक-बी, कमरा संख्या 505 में जिला प्रशासन के अंतर्गत कार्यरत सभी कार्यालयों के प्रधान लिपिक, उच्च वर्गीय लिपिक, निम्न वर्गीय लिपिक, एवं कम्प्यूटर ऑपरेटरों के साथ एक महत्वपूर्ण संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन, जन शिकायतों का नियमानुसार त्वरित निष्पादन, एवं कार्य संस्कृति के उन्नयन को सुनिश्चित करना था।
*प्रत्येक कर्मचारी सरकार और जनता के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी है*
श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने अपने संबोधन में जोर देकर कहा कि जिला प्रशासन का प्रत्येक कर्मचारी सरकार और जनता के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी है। उन्होंने सभी कर्मचारियों को संवेदनशीलता, पारदर्शिता और समयबद्धता के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा, “सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारना हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए प्रत्येक कर्मचारी को अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से लेना होगा ताकि योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे।”
*केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार के कल्याणकारी योजनाओं का प्रभावी कार्यान्वयन करने के निर्देश*
उपायुक्त ने सभी कर्मचारियों को निर्देश दिया कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं जैसे सामाजिक सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य, और ग्रामीण विकास से संबंधित योजनाओं के आवेदनों की जांच और निष्पादन में किसी भी प्रकार की देरी न हो। प्रत्येक योजना के लाभार्थियों की सूची को समय-समय पर अद्यतन करने और पात्र व्यक्तियों तक त्वरित लाभ पहुंचाने पर जोर दिया गया।
उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी श्री मंजूनाथ भजंत्री ने जिले के सभी कार्यालयों में अनुशासन, पारदर्शिता और जनता के प्रति उत्तरदायित्वपूर्ण व्यवहार को लेकर कर्मियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि आत्मानुशासन सभी कर्मियों की कार्य संस्कृति का हिस्सा बनना चाहिए।
सभी कर्मियों को आईडी कार्ड और नेम प्लेट हमेशा स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करना अनिवार्य है। सभी को निर्धारित कार्यावधि तक कार्यालय में उपस्थित रहना अनिवार्य होगा। कार्यालयों की साफ-सफाई, फाइलों की सुसंगतता पर भी विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया है।
*जनता से व्यवहार में मर्यादा रहे*
उपायुक्त ने कहा कि कार्यालय आने वाले नागरिकों के साथ सभ्य, संवेदनशील और सहयोगपूर्ण व्यवहार करें। किसी प्रकार का दुर्व्यवहार, चाहे जानबूझकर हो या अनजाने में, न किया जाए। यदि कोई कर्मी ऐसा करता है तो इसकी सूचना नियंत्रण पदाधिकारी को तत्काल दी जाए। आमजन को गलत या भ्रामक जानकारी नहीं दी जानी चाहिए। सही और उचित जानकारी देना कर्मियों की जिम्मेदारी है।
*कार्यालयों में किसी भी प्रकार के दलाल या बिचौलिये को प्रवेश नहीं करने दिया जाए*
उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजंत्री ने कहा कि कार्यालयों में किसी भी प्रकार के दलाल या बिचौलिये को प्रवेश नहीं करने दिया जाए। यदि कोई व्यक्ति किसी प्रकार के अनुचित कार्य करने को कहे, तो उसकी सूचना संबंधित पदाधिकारी को तुरंत दें।
सभी कर्मी अनुशासन और मर्यादित आचरण के साथ कार्य करें। किसी भी प्रकार की गुटबाजी या विभागीय राजनीति से बचें, जिससे संस्था की छवि पर कोई आंच न आए। रिटायरमेंट के निकट पहुंचे सभी कर्मियों की छह महीने के भीतर सेवानिवृत्त होने वालों की सूची तैयार कर समर्पित करें।
साफ-सफाई और स्वच्छता को सामूहिक दायित्व मानते हुए सभी सहयोग करें। उपायुक्त ने कहा कि ये सभी प्रयास प्रशासन को उत्तरदायी, पारदर्शी और जनता के प्रति संवेदनशील बनाने की दिशा में अहम कदम होंगे।
*प्रत्येक शिकायत को गंभीरता से लिया जाए और नियमानुसार उसका समाधान समयबद्ध तरीके से किया जाए*
जन शिकायतों के निवारण के लिए एक सुव्यवस्थित तंत्र अपनाने का निर्देश दिया गया। उपायुक्त ने कहा कि प्रत्येक शिकायत को गंभीरता से लिया जाए और नियमानुसार उसका समाधान समयबद्ध तरीके से किया जाए। इसके लिए शिकायतों के पंजीकरण, ट्रैकिंग और फॉलो-अप की प्रक्रिया को और सुदृढ़ करने पर बल दिया गया।
*कार्य संस्कृति में सुधार के लिए कर्मचारियों को नियमित प्रशिक्षण*
कार्य संस्कृति में सुधार के लिए कर्मचारियों को नियमित प्रशिक्षण, तकनीकी दक्षता बढ़ाने, और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का अधिकतम उपयोग करने का निर्देश दिया गया। कम्प्यूटर ऑपरेटरों को विशेष रूप से ई-गवर्नेंस और डिजिटल रिकॉर्ड-कीपिंग में अपनी भूमिका को और प्रभावी बनाने के लिए प्रेरित किया गया।
*कार्यालय में उपस्थिति और कार्य निष्पादन की नियमित समीक्षा की जाएगी*
उपायुक्त ने सभी कर्मचारियों को कार्यालय समय का कड़ाई से पालन करने और कार्य के प्रति संवेदनशीलता बरतने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि कार्यालय में उपस्थिति और कार्य निष्पादन की नियमित समीक्षा की जाएगी, और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
*पंचायत और प्रखंड स्तर पर समन्वय स्थापित करने का निर्देश*
उपायुक्त ने पंचायत, प्रखंड, और अंचल कार्यालयों के कर्मचारियों को जिला प्रशासन के साथ बेहतर समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया ताकि योजनाओं का लाभ ग्रामीण स्तर तक प्रभावी ढंग से पहुंच सके।
*संवाद और सहयोग पर जोर*
उपायुक्त ने सभी कर्मचारियों के साथ खुला संवाद किया और उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि उनकी कार्य-संबंधी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा। साथ ही, उन्होंने सभी से सुझाव मांगे ताकि प्रशासनिक प्रक्रियाओं को और सरल व प्रभावी बनाया जा सके।
*जिला प्रशासन के विजन को साकार करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं*
संवाद कार्यक्रम के अंत में उपायुक्त राँची, श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने सभी कर्मचारियों से अपील की कि वे जिला प्रशासन के विजन को साकार करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य राँची जिले को एक मॉडल जिला बनाना है, जहां सरकार की योजनाएं और सेवाएं हर नागरिक तक समय पर और प्रभावी ढंग से पहुंचें।”