राँची:- रांची-गुमला राजमार्ग पर अंजन धाम और नगड़ी टोल प्लाजा पर चल रही टोल वसूली तथा रांची-टाटा रोड पर सड़क की दयनीय स्थिति के बावजूद जारी टोल संग्रह को लेकर अध्यक्ष परेश गट्टानी के नेतृत्व में झारखण्ड चैम्बर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधिमंडल ने आज एनएचएआई के क्षेत्रीय निदेशक से मुलाकात कर आपत्ति दर्ज कराई। चैम्बर अध्यक्ष परेश गट्टानी ने कहा कि निर्माणाधीन और अधूरी सड़कों पर टोल वसूली अनुचित है। इसकी तत्काल समीक्षा कर, वसूली पर रोक लगाया जाय। रांची-टाटा रोड की खराब हालत का उल्लेख करते हुए बताया गया कि इस मार्ग पर 1200 से अधिक गड्ढे हैं, जिससे यात्रियों और परिवहन व्यवसाय से जुड़े वाहनों को लगातार जोखिम और अतिरिक्त आर्थिक बोझ उठाना पड़ रहा है।
कई राज्यों के माननीय उच्च न्यायालय के पूर्वनिर्देशों का हवाला देते हुए प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि ऐसे मामलों में न्यायालय ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिया है कि अधूरी या जीर्ण-शीर्ण सड़कों पर पूर्ण टोल वसूली नहीं की जा सकती और ऐसी स्थिति में टोल शुल्क में 80% तक की कटौती की जानी चाहिए। यह भी अवगत कराया गया कि गुमला में अंजनधाम 15 किमी के अंदर रेडियस में है, ऐसे में टोल वसूलने की प्रक्रिया गलत है। इससे स्थानीय व्यापारियों को नुकसान वहन करना पड़ रहा है।
एनएचएआई के क्षेत्रीय निदेशक मुकुंदा टी अत्तरदे ने मामले की समीक्षा कर आवश्यक कार्रवाई का भरोसा दिलाया। प्रतिनिधिमंडल के सुझाव पर उन्होंने वैसे मार्गों जहाँ हाइवे पर अधूरी सड़कों के कारण दुर्घटनाएं अधिक हो रही हैं, सेफ्टी ऑडिट कराने के लिए भी आश्वस्त किया। यह भी अवगत कराया कि रांची टाटा हाइवे में बारिश के कारण जो रोड खराब हुआ है, लगातार पैचेस भरने का काम चल रहा है। बारिश के बाद जल्द ही इस रोड को ठीक कर दिया जायेगा।
प्रतिनिधिमंडल में महासचिव आदित्य मल्होत्रा, सह सचिव विकास विजयवर्गीय, नवजोत अलंग, कोषाध्यक्ष रोहित अग्रवाल और कार्यकारिणी सदस्य रोहित पोद्दार शामिल थे।