गुणात्मक शिक्षा का संदेश लेकर राँची पहुँची श्री श्री यूनिवर्सिटी

The Ranchi News
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*रांची* : कटक, ओडिशा स्थित श्री श्री यूनिवर्सिटी के द्वारा आज रांची प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। जिसमें यूनिवर्सिटी के कार्मिक निदेशक स्वामी सत्यचैतन्य ने कहा कि हमारी यूनिवर्सिटी सिर्फ डिग्रियाँ नहीं बाँटती, बल्कि विद्यार्थियों को वह शिक्षा देती है, जिससे वे अपने लक्ष्य की प्राप्ति कर सकें। राँची के शिक्षाविदों, शिक्षाप्रेमियों, झारखंड राज्य के प्रमुख गणमाध्यम संस्थानों और महाविद्यालय जाने के लिए तैयारी करते हुए विद्यार्थियों के लिए एक सुनहरा अवसर भी प्रदान किया गया। कटक, ओडिशा से आए हुए श्री श्री यूनिवर्सिटी के कर्ताधर्ताओं ने ज्ञानलोक से संबंधित दिशा-निर्देश किया।विश्वविद्यालय के कार्मिक निदेशक स्वामी सत्यचैतन्य, फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के डीन तथा वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. (डॉ.) रबी नारायण सतपथी प्रमुख उन समूहों के सामने अपने पक्ष रखते हुए नैतिक मूल्यबोध आधारित शिक्षा और शिक्षण संस्थानों के बारे में विस्तार से वर्णन किया।

स्वामी जी ने कहा कि केंद्र सरकार की राष्ट्रीय शिक्षा नीति’ सराहने योग्य है, और *आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आज समय की माँग है, जो सभी को इसके बारे में सीखना ज़रूरी है। हमारे सभी विभागों की सभी शाखाओं में इसका उपयोग सही मायने में हो रहा है। इसके साथ ही बातों-बातों में उन्होंने बताया कि श्री श्री विश्वविद्यालय किस प्रकार गुणात्मक शिक्षा के प्रचार और प्रसार के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। ख़ासकर वर्ष 2009 में स्थापित और 2012 से क्रियाशील यह विश्वविद्यालय प्रति वर्ष लगभग सौ प्रतिशत विद्यार्थियों को नियुक्ति के अवसर प्रदान करती है। वर्तमान में विश्वविख्यात मानवतावादी और आध्यात्मिक गुरु परम पूज्य श्री श्री रविशंकर जी द्वारा स्थापित इस विश्वविद्यालय में 28 राज्यों और 8 देशों से लगभग 3500 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं।

श्री श्री विश्वविद्यालय की मोटो है ‘लर्न, लीड एंड सर्व”, जो शिक्षा ग्रहण के साथ नेतृत्व लेना और सेवा मनोवृत्ति को भी दर्शाता है। 400 से अधिक व्यक्तिगत खेल पुरस्कार, इसकी समृद्ध जैव विविधता को संजीवनी देनेवाली 190 से अधिक प्रजातियाँ, और रचनात्मकता, नेतृत्व और सामाजिक सहभागिता को प्रोत्साहित करनेवाले 30 से अधिक सक्रिय छात्र क्लब विश्वविद्यालय की परिसर सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देता है।

 

प्रो. (डॉ.) रबी नारायण सतपथी ने बोला, “आज के तारीख में श्री श्री विश्वविद्यालय में 65 विषयों में गुणात्मक शिक्षा दी जाती है। यह कोई साधारण बात नहीं है। विश्वविद्यालय को NAAC, NBA, ICAR, AICTE, एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज (AIU), AMDISA जैसी राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से मान्यता प्राप्त है। यहां का प्लेसमेंट रिकॉर्ड भी उत्कृष्ट है। छात्र अपने कोर्स पूर्ण होने से पहले ही प्रतिष्ठित कंपनियों में नौकरी प्राप्त कर लेते हैं – जो संपूर्ण एसएसयू समुदाय के लिए गर्व की बात है। 2021-22 में 76% छात्रों को प्लेसमेंट मिला और सबसे अधिक पैकेज ₹13.22 लाख प्रति वर्ष रहा। 2022-23 में प्लेसमेंट बढ़कर 80.52% हुआ और उच्चतम पैकेज ₹13.58 लाख था। 2023-24 में प्लेसमेंट दर 82.09% रही और सर्वाधिक पैकेज ₹14.11 लाख तक पहुँचा। 2024-25 सत्र में 29 अप्रैल तक ही 65% प्लेसमेंट हो चुका है जबकि आधा वर्ष अभी बाकी है और इस वर्ष अब तक का उच्चतम पैकेज ₹12 लाख है। उम्मीद है, इस वर्ष एक नया रिकॉर्ड बनेगा।”

गणमाध्यम से श्री श्री यूनिवर्सिटी का यह संवाद कार्यक्रम के अवसर पर राँची की दो महिला शिक्षाविदों को भी उनके जीवनव्यापी साधना के लिए सम्मानित किया गया। राँची विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति प्रो. (डॉ.) कामिनी कुमार और राँची विश्वविद्यालय के अंतर्गत मारवाड़ी महाविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग की वरिष्ठ प्राध्यापिका डॉ. अनुजा विवेक ने अपने सम्मान के प्रत्युत्तर में कहा कि ऐसे संवाद कार्यक्रमों से न केवल विद्यार्थियों को दिशा मिलती है, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता और नैतिकता के नए आयाम भी स्थापित होते हैं। दोनों ने श्री श्री विश्वविद्यालय की पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह प्रयास उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को एक नए स्तर तक पहुँचाने में सहायक सिद्ध होगा।

श्री श्री विश्वविद्यालय की ओर से शिक्षाविदों और गणमाध्यम से यह संवाद कार्यक्रम के अवसर पर स्वामी जी और डॉ. पाणिग्राही के साथ मीडिया कम्युनिकेशन मैनेजर हितांशु शेखर, सोशल मीडिया टीम लीडर पंकज मणि, ‘आर्ट ऑफ लिविंग’ के वरिष्ठ शिक्षक प्रवीण कुमार जी और सुश्री रिया तयाल प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

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