सरहुल पर्व सभ्यता और अस्मिता का परिचायक – शिल्पी नेहा तिर्की

The Ranchi News
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राँची:- सरहुल की पूर्व संध्या रांची विश्वविद्यालय के दीक्षांत मंडप में सरना नवयुवक संघ केंद्रीय समिति के द्वारा आयोजित समारोह में कृषि , पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की शामिल हुई . इस मौके पर मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कलाकारों के साथ नृत्य भी किया . उन्होंने कहा कि प्रकृति पर्व सरहुल आदिवासी सभ्यता और अस्मिता का परिचायक है . आदिवासी समाज ने प्रकृति से उतना ही लिया जितनी उसे आवश्यकता है . ऐसा इस लिए की धरती से बड़ा कोई पालनहार नहीं है . आदिवासी समाज हमेशा से विचारों का धनी समाज रहा है . इसे संतुष्ट और सामूहिकता में विश्वास रखने वाले समाज के तौर पर जाना जाता है . आधुनिकता से दूर अपनी पुरखों की विचारधारा से जुड़े रहना , आज समय की मांग है . आदिवासियत एक विचारधारा है . ये समाज हमेशा से पूंजीवाद के खिलाफ खड़ा था और आगे भी खड़ा रहेगा ।

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