राँची:- राजधानी रांची के कांके थाना क्षेत्र में हुई तरल पदार्थ फेंकने की चौंकाने वाली घटना का रांची पुलिस ने सफलतापूर्वक उद्भेदन किया है। पीड़िता सोनाली राय उर्फ सनाया राय पर 26 जुलाई को दिन में करीब 12:30 बजे एक अज्ञात अपराधी ने ज्वलनशील तरल पदार्थ फेंका था। इस हमले में पीड़िता की आंखों में गंभीर जलन हुई और मौके पर चीख-पुकार मच गई।
घटना की गंभीरता को देखते हुए रांची के वरीय पुलिस अधीक्षक ने एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया। टीम में कांके थाना प्रभारी समेत साइबर थाना और अन्य अनुभवी पुलिस पदाधिकारी शामिल थे। पुलिस ने पीड़िता को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने बताया कि उसकी आंखों में पेट्रोल जैसा ज्वलनशील पदार्थ फेंका गया था।
प्रेमी ने ही रची थी साजिश
जांच के दौरान पुलिस को चौंकाने वाले तथ्य मिले। पीड़िता के प्रेमी गणेश सिंह ने ही अपने साथी भैरव सिंह के साथ मिलकर इस पूरे हमले की योजना बनाई थी। SIT ने पता लगाया कि सोनाली और गणेश 23-24 जुलाई की रात एक होटल में ठहरे थे, जहां गणेश ने सोनाली के मोबाइल और ईमेल का इस्तेमाल कर एक फर्जी इंस्टाग्राम आईडी “पवन” के नाम से बनाई और खुद को तथा सोनाली को धमकी भरे मैसेज भेजे। इन संदेशों में अमन श्रीवास्तव गिरोह का नाम जोड़ा गया था ताकि एक साजिश के तहत दूसरे गुट को फंसाया जा सके।
दरअसल, गणेश सिंह पर पहले से ही चुटिया थाना में अमन चंद्रा द्वारा हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज है। इस मुकदमे से बचने और अमन चंद्रा को अपराधी साबित करने के लिए गणेश सिंह ने यह साजिश रची थी। उसने भैरव सिंह की मदद से एक लड़के को भेजकर सोनाली पर तरल पदार्थ फिंकवाया, जिससे मामला गंभीर दिखे और पुलिस अमन गिरोह पर कार्रवाई करे।
SIT की कार्रवाई और गिरफ्तारी
पुलिस ने गहन छानबीन के बाद गणेश सिंह उर्फ श्री गणेश (24 वर्ष), निवासी लेक रोड, हिन्दपीढ़ी को गिरफ्तार किया और उसके पास से दो एंड्रॉयड फोन बरामद किए। पूछताछ में गणेश ने अपराध स्वीकार किया और बताया कि भैरव सिंह ने जेल में मुलाकात के दौरान इस योजना को अंतिम रूप दिया था। घटना के बाद बहुत ही कम समय में पीड़िता को पहले से तय अस्पताल ले जाया गया, ताकि मेडिकल साक्ष्य को मजबूती मिले।
गणेश सिंह का आपराधिक इतिहास
गणेश सिंह के खिलाफ पहले से कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं:
- डेलीमार्केट थाना: हत्या का प्रयास (धारा 307), आर्म्स एक्ट
- सुखदेव नगर थाना: जबरन वसूली, आपराधिक साजिश
- रातु थाना: जानलेवा हमला
- कोतवाली थाना: आगजनी, चोरी
- चुटिया थाना: वर्तमान मामला जिसमें अमन चंद्रा वादी हैं
SIT टीम के सदस्य
इस केस को सुलझाने में इन अधिकारियों की प्रमुख भूमिका रही:
- अमर कुमार पांडेय, वरीय पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय)
- प्रकाश कुमार रजक, थाना प्रभारी, कांके
- काफिल अहमद, रौशन कुमार, प्रवीण रजक, गंगाधर सिंह, राजकुमार तिग्गा, मनोज करमाली (सभी कांके थाना)
- पंकज कुमार, साइबर थाना
आगे की कार्रवाई
पुलिस अब उस अज्ञात युवक की तलाश में है जिसने सोनाली राय पर तरल पदार्थ फेंका था। मामले में और गिरफ्तारियां संभावित हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह घटना आपसी रंजिश और गुटबाज़ी की वजह से रची गई थी, जिसका उद्देश्य दूसरे गुट को फंसाना और कानूनी दबाव बनाना था।
रांची पुलिस की सतर्कता और कुशल जांच से यह षड्यंत्र उजागर हुआ और एक बड़ा अपराध समय रहते बेनकाब हो गया।