- रांची के संत जेवियर्स कॉलेज में 7 मार्च को आई क्यू ए सी एवं मास कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट के समक्ष एक दिवसीय स्टूडेंट फिल्म फेस्टिवल “Cynosure” का आयोजन किया गया जो चूल्हा चौकी व जेड एक्सप्रेस कैटरिंग द्वारा प्रायोजित था। सायनासोर का उद्देश्य एक ऐसा मंच प्रदान करना है जहां फिल्म स्टूडेंट्स अपने कला का खुल कर प्रदर्शन कर पाएं।इस फिल्म फेस्टिवल में सेंट जेवियर्स कॉलेज के छात्रों के साथ रांची के कई कॉलेज के छात्रों के खुद की बनाई हुई फिल्म देखने को मिली। सेंट जेवियर्स कॉलेज रांची के मास कम्यूनिकेशन डिपार्टमेंट द्वारा 2010 मे ‘सायनोशयोर फिल्म फेस्टिवल ‘ की शुकआत की गई थी। कोरोना के समय के बाद से यह फिल्म फेस्ट बंद हो गया था और इस वर्ष इसे बड़ी उल्लास और धूम धाम से आयोजित किया। सायनासोर की शुरुआत मास कम्यूनिकेशन के एच ओ डी प्रोफेसर श्री संतोष कुमार किरो ने अपने स्वागत भाषण से किया।
राँची यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ मास कम्युनिकेशन के छात्रा
कॉलेज के प्रधानाचार्य फादर डॉ प्रदीप कुजूर एस जे ने मौजूद सभी को संबोधित करते हुए कहा कि फिल्म समाज को समाज के समक्ष रखता है। उन्होंने सभी विद्यार्थियों का हौसला बढ़ाते हुए सभी को भविष्य के लिए उत्साहित रहने का प्रयास करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में मौजूद मास कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट के पूर्व हेड श्री वाल्टर भेंगरा जी ने पत्रकारिता के सफर में अपना अनुभव साझा। उन्होंने बताया कि कैसे “सायनासोर” एक मंच प्रदान करता है और सभी विद्यार्थियों इसे अपने चलचित्र कला प्रदर्शन करने के लिए इस्तेमाल कर सकते है। फिल्म स्क्रीनिंग में सेंट जेवियर्स कॉलेज के वृतचित्र वर्ग में फादर वैनविंकल , मलारीन खोदा , रातु फोर्ट , एम टी वी फ्रीस्टाइल फिल्म दिखाई गई, और काल्पनिक वर्ग में “यूं आर नोट माई वर्ल्ड”, “दा डार्क एंड द लाइट” दिखाई गई। दूसरे कॉलेज से प्रस्तुत किए गए चलचित्र में “द ब्लैक सिल्वर लाइनिंग” ,”सोहराय”, “वाधवा बर्डस सेंचुरी” और पथिक जैसे फिल्म शामिल थे। इन सभी फिल्मों की सबने खूब तारीफ की आर ऐसी और फिल्में बनाने को प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम में वरिष्ठ अतिथि के रूप में परीक्षा निदेशक प्रोफेसर बी के सिन्हा , उप प्रधानाचार्य फादर अजय मिंज,पूर्व प्रधानाचार्य डॉ फादर नाबोर लकड़ा , प्रसिद्ध फिल्ममेकर मेघनाथ, आई क्यू ए सी के प्रधान डॉ शिव कुमार , सुशील कुमार (पूर्व निर्देशक स्कूल ऑफ मास कम्युनिकेशन रांची यूनिवर्सिटी ), मोनिका मुंडू, बीजू टोप्पो, मास कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट के डॉ प्रोफेसर नील कुसुम कुल्लू, आलोक रंजन, संजय और मास कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट के पूर्व विद्यार्थियों के साथ आदि मौजूद थे।
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