रांची: पालू (15 जुलाई 2025) पिरामल फाउंडेशन और गवर्नमेंट मिडिल स्कूल पालू के संयुक्त सहयोग से समुदाय में प्रोजेक्ट आधारित शिक्षण (PBL) और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) की जानकारी को सरल व रोचक तरीके से प्रस्तुत करने हेतु एक प्रभावशाली नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षा के बदलते स्वरूप और विद्यालय में हो रहे नवाचारों को समुदाय के साथ साझा करना था।
इस नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति पालू विद्यालय के छात्र-छात्राओं और करुणा व गांधी फेलोज़ द्वारा की गई, जिसका शीर्षक था “बदलती दुनिया, बदलती शिक्षा”। नाटक के माध्यम से बच्चों ने बताया कि PBL पद्धति किस प्रकार छात्रों की सोच, समझ और समस्या समाधान की क्षमता को बढ़ाती है। साथ ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के मूल तत्वों को भी प्रभावशाली और रोचक तरीके से प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम के दौरान चुटूपालू पंचायत के मुखिया श्री वीरेंद्र मुंडा ने कहा, “कक्षा में चलने वाली पारंपरिक पढ़ाई के मुकाबले PBL बच्चों की सीखने की प्रक्रिया को कहीं अधिक रोचक बना रहा है। जो बच्चे केवल पढ़कर नहीं सीख पाते, वे देखकर और करके बेहतर ढंग से सीख पा रहे हैं। ऐसे प्रयास बच्चों की समझ और आत्मविश्वास दोनों को बढ़ा रहे हैं।”
कार्यक्रम के अंत में समुदाय के सदस्यों ने बच्चों की प्रस्तुति की सराहना की और इस पहल को एक प्रेरणादायक कदम बताया। यह आयोजन न केवल एक सांस्कृतिक प्रयास था, बल्कि यह शिक्षा के क्षेत्र में समुदाय की भागीदारी को मजबूत करने की दिशा में एक सार्थक प्रयास साबित हुआ।
इस आयोजन में विद्यालय से HM उमेश कुमार रवि, सभी शिक्षकगण, चुटूपालू पंचायत के मुखिया वीरेंद्र मुंडा और आंगनबाड़ी सेविका कुंती देवी की उपस्थिति रही। पिरामल फाउंडेशन की ओर से अनुपमा लकड़ा, सरोन टीगा, साक्षी तिवारी, मौनिका कुमारी, सुनील नामा घुटे, अनिमा सिन्हा, अभिलाषा रॉय और निधि कुमारी उपस्थित रहीं।