रांची: राज्य में बिगड़ती विधि व्यवस्था पर ठोस पहल के लिए अध्यक्ष परेश गट्टानी के नेतृत्व में फेडरेशन ऑफ झारखण्ड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधिमंडल की बैठक डीजीपी अनुराग गुप्ता के साथ हुई। चैंबर अध्यक्ष ने राज्य की वर्तमान विधि व्यवस्था पर नाराजगी जताते हुए कहा कि पिछले कुछ माह से बढ़ती अपराधिक गतिविधियों के कारण आम जनता विशेषकर व्यापारी व उद्यमी समाज भयभीत है। बढते अपराध के कारण राज्य में व्यापारिक गतिविधियां भी प्रभावित हो रही हैं। राज्य में लगातार अपराध की बन रही छवि पर नियंत्रण बनाने के लिए पुलिस प्रशासन को ठोस पहल करने की आवश्यकता है।
अपराध नियंत्रण हेतु प्रतिनिधिमंडल ने प्रत्येक माह थाना स्तर पर पुलिस व्यवसायी की बैठकों का आयोजन करने, थाना स्तर पर पदस्थापित पुलिसकर्मियों को घटनाओं के प्रति जवाबदेह बनाने, शहर के विभिन्न क्षेत्रों में होनेवाली अड्डेबाजी पर सख्ती बरतने, टाइगर मोबाइल को टीओपी लेवल तक सक्रिय बनाने, पुलिस गश्ती बढाने का सुझाव दिया। महासचिव आदित्य मल्होत्रा ने कहा कि पिछले वर्ष 4 अगस्त 2024 को डीजीपी एवं जिला प्रशासन के उच्चाधिकारियों की उपस्थिति में चैंबर भवन में व्यापारियों के साथ संपन्न हुई बैठक के उपरांत राज्य स्तर पर लॉ एंड ऑर्डर की व्यवस्था में सुधार देखने को मिले थे और अपराधियों में भय का माहौल बना था। किंतु पुनः अपराधी सक्रिय हो गये हैं।
चैंबर अध्यक्ष के आग्रह पर डीजीपी अनुराग गुप्ता ने मई के प्रथम सप्ताह में जिला स्तर पर एसपी के नेतृत्व में पुलिस व्यवसायी की उच्चस्तरीय बैठक का आयोजन करने की बात कही। अलग से सेक्टरवाइज व्यापारियों के साथ बैठक करने की डीजीपी की ईच्छा जताने पर चैंबर द्वारा इस बैठक का आयोजन कराने के लिए आश्वस्त किया गया। राज्य में विधि व्यवस्था को मजबूती देने के जिला पुलिस प्रशासन की प्रतिबद्धता दिखाते हुए डीजीपी ने व्यापारियों को निर्भिक होकर व्यापार करने की अपील की। यह कहा कि भयमुक्त माहौल के लिए जिला पुलिस प्रशासन निरंतर प्रयासरत है। अपराध और अपराधियों पर लगातार सख्ती बरती जा रही है। संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी समयपूर्वक पुलिस प्रशासन को मिल सके, इस हेतु उन्होंने जल्द ही पुलिस प्रशासन और व्यापारियों के प्रतिनिधित्व में उच्चस्तरीय वॉट्सएप ग्रुप का गठन करने के लिए भी आश्वस्त किया। डीजीपी के आग्रह पर चैंबर अध्यक्ष ने सभी जिला चैंबर ऑफ कॉमर्स, सम्बद्ध संस्थाओं के पदाधिकारियों की सूचि उपलब्ध कराने की बात कही। यह निर्णय लिया गया कि जिले के एसपी स्थानीय स्तर पर चैंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों से समन्वय बनाकर बैठक का आयोजन करेंगे। पुलिस और व्यवसायी के इस संयुक्त प्रयास से संभावित अपराध पर नियंत्रण बनाने में सफलता मिलेगी। डीजीपी ने चैंबर से अड्डेबाजी वाले ऐसे सभी संदिग्ध क्षेत्रों की सूचि की भी मांग की।
प्रतिनिधिमंडल में चैंबर अध्यक्ष परेश गट्टानी, उपाध्यक्ष ज्योति कुमारी, महासचिव आदित्य मल्होत्रा, कोषाध्यक्ष रोहित अग्रवाल, कार्यकारिणी सदस्य शैलेष अग्रवाल, मुकेश अग्रवाल, डॉ0 अभिषेक रामाधीन, संजय अखौरी, सदस्य मनोज मिश्रा शामिल थे। उक्त जानकारी प्रवक्ता सुनिल सरावगी ने दी।