रांची: भारतरत्न बाबासाहेब डॉ० भीमराव अम्बेडकर की 134 वीं जयंती झारखंड प्रदेश की राजधानी रांची के हरमू मैदान में मनाया गया।
इस समारोह में उपस्थित मुख्य अतिथि, के० राजू, प्रभारी झारखण्ड, कॉग्रेस, उद्घाटनकर्ता राधाकृष्ण किशोर, वितमंत्री, झारखण्ड सरकार, मुख्य संरक्षक राजेश कच्छप, विधायक खिजरी विधानसभा क्षेत्र, विशिष्ट अतिथि सुरेश बैठा, विधायक कांके विधानसभा क्षेत्र, अशोक कुमार भगत, पूर्व राजमंत्री एवं प्रधान महासचिव, झारखण्ड पार्टी, संजय लाल पासवान, चेयरमेन, हरमू हाउसिंग बोर्ड, रॉची, अजयनाथ शाहदेव, पूर्व उपमेयर, रॉची, अजय तिर्की, अध्यक्ष, केन्द्रीय सरना समिति, राँची, संरक्षकगण डॉ० सोहन राम, दीपक कुमार रवि, पासवान बृजकिशोर राम, राजेश गुप्ता, गणेश रवि, धनश्याम प्रसाद, लक्ष्मण बौध, ई० गुप्तेश्वर राम, राकेश कुमार, डॉ रिझू नायक, संतोष रजक, नीतू देवी, इबरार अहमद एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोग मौजूद थे।
राँची जिला के विभिन्न क्षेत्रों से आए बाबासाहेब के अनुयायिओं में आए लोगों को अखिल भारतीय डॉ० भीमराव अम्बेडकर मिशन सोसाईटी, झारखण्ड राँची के तरफ से सम्मानित किया गया।
अखिल भारतीय डॉ भीमराव अंबेडकर मिशन सोसायटी के द्वारा यह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें कहा गया कि झारखण्ड राज्य आवास बोर्ड अन्तर्गत हरमू हाउसिंग कॉलोनी में बाबा साहेब डॉ० भीराम अम्बेडकर पार्क के लिए एक भू-खण्ड आवंटित है जो आज भी गूगल मैप में दिखता है, जिसमें वर्ष 1999 से बाबा साहेब की प्रतिमा स्थापित थी और उस पार्क में जयंती जैसे समारोह का आयोजन किया जाता रहा है। इस पार्क में बाबा साहेब की प्रतिमा वर्ष 2013 तक सुरक्षित एवं सही-सलामत थी लेकिन वर्ष 2014 के आस-पास कुछ असामाजिक, मनुवादी, सामन्तवादी लोगों द्वारा बाबासाहेब की प्रतिमा को तोड़ दिया गया और प्रतिमा कहाँ तथा किस हालत में है इसकी कोई जानकारी नहीं है, जो संविधान निर्माता भारत रत्न बाबासाहेब डॉ० भीमराव अम्बेडकर एवं देश के लिए अपमानजनक घटना है। बाबासाहेब के प्रति ऐसा व्यवहार दुखद एवं अपमानजनक है। झारखण्ड राज्य की स्थापना के आज 25 वर्ष बीत जाने के बाद झारखण्ड की राजधानी रांची में बाबासाहेब डॉ० भीमराम अम्बेडकर का एक भी पार्क नहीं है, जो काफी चिंता और दुख का विषय है।
वही पार्क गूगल मैप में अम्बेडकर पार्क नाम से दिखता है, को पुनः अम्बेडकर पार्क के रूप में विकसित कर उसमें बाबासाहेब की प्रतिमा को स्थापित कराने की मांग की गई।
साथ ही मई 2025 से बाबासाहेब का मिशन और उद्देश्य शिक्षित बनो, संघर्ष करो और संगठित रहो का पहला मिळत विक्षित बनों के अन्तर्गत दलित एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग के मुहल्लों में बच्चों को निःषुल्क षिक्षण की व्यवस्था चालू किया जाएगा बात कही गई।
कार्यकम का उद्घाटन राधाकृष्ण किशोर, वित्तमंत्री के द्वारा किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के० राजू भी उपस्थित थे। अध्यक्षीय भाषण उमेश कुमार रवि के द्वारा किया गया तथा धन्यवाद ज्ञापन ई० प्रभु शंकर राम, सचिव के द्वारा कर कार्यक्रम का समापन हुआ।