रांची: झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के तत्वावधान में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न राजीव गांधी की 34 वीं पुण्यतिथि शहादत दिवस के रूप में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय मे मनाई गयी। आज के दिन को कांग्रेसजनों केे द्वारा उर्जा दिवस के रूप में याद किया जाता है।
इस अवसर पर वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने कहा कि राजीव गांधी झारखण्ड की जनता को सदैव याद रहेंगे। देश में शांति और एकता को बहाल रखने के लिए अखंड भारत के सपनों को साकार रखने के लिए उनकी दी गई शहादत को देश सदैव याद रखेगा। झारखण्ड अलग राज्य के बिना यहां रहने वाले आदिवासियों एवं दूसरे समुदाय के लोगों का विकास संभव नहीं है, ऐसा उद्गार राजीव गांधी ने गुमला, सिमडेगा और खूूॅंटी की जनसभाओं में प्रकट किया था। राजीव गांधी अपने प्रधानमंत्रीत्व काल में योजनाओं में झारखण्ड के हितों को सर्वाेपरि रखते थे। पंचायती राज स्थापित करने का उनका सपना आज भी झारखण्ड में अधूरा है जिसे पूरा करने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर वक्ताओं ने श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए राजीव गांधी को महान् स्वप्न द्रष्टा बताया एवं कहा कि स्व. गांधी का 21वीं सदी में ले जाने का जो प्रयास था उसकी एक मजबूत नहीं उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान रखा था। भारत में कंप्यूटर युग की शुरुआत उन्हीं की देन है। वक्ताओं ने स्व0 राजीव गांधी जी के सत्ता विकेन्द्रीकरण का विस्तार से चर्चा की। राजीव गांधी का यह सपना था कि गांवों में बसने वाले भारत कायाकल्प तभी हो सकता है जब पंचायतों के माध्यम से चुने हुए जनप्रतिनिधियों के हाथों से सत्ता संचालित होगी।
श्रद्धाजंलि अर्पित करने वालों में मंत्री राधाकृष्ण किशोर, अनुकुल मिश्रा, राकेश सिन्हा, सतीश पॉल मुंजनी, अमूल्य नीरज खलको,सोनाल शांति, गजेंद्र सिंह ,जगदीश साहू, खुर्शीद हसन रूमी, राजन वर्मा सूर्यकांत शुक्ला, अख्तर अली, हुसैन खान, अजय सिंह, जितेंद्र त्रिवेदी,मो सफार, राजू राम, त्रिभूवन, प्रभात कुमार, राजू वर्मा, राखी कौर, चन्द्र रश्मिी पिंगुवा, अनवर हुसैन, उषा खलखो, रिया तुलिका आदि शामिल थे।