अखिल भारतीय संत समिति के प्रदेश उपाध्यक्ष स्वामी दिव्यानंद जी महाराज ने उच्चतम न्यायालय का आदेश सभी सनातनियों के लिए सुखद समाचार है,
वृंदावन में कॉरिडोर बनाने के लिए जमीन के अधिग्रहण में बांके बिहारी मंदिर के फंड का इस्तेमाल करने की मंजूरी उच्चतम न्यायालय ने दे दी है. इस आदेश के बाद उत्तर प्रदेश सरकार कॉरिडोर की जमीन अधिग्रहण के लिए मंदिर कोष से 500 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर सकेगी,
स्वामी दिव्यानंद जी महाराज ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का साधुवाद करते हुवे कहा कि बांके बिहारी मंदिर का जो कोष है, उसकी रक्षा और सुरक्षा भी की जाए, ताकि ये किसी गलत और अनैतिक लोगों के हाथ में न पड़े और उसका सदुपयोग हो,
स्वामी जी ने कहा कि जिन लोगों का बांके बिहारी कॉरिडोर में घर या दुकान जाए, उन्हें आश्रय मिलना चाहिए,
स्वामी जी ने यह भी कहा, कि विकास होना चाहिए लेकिन जनता और बृजवासियों के हितों का भी ध्यान रखा जाना चाहिए,
इससे लोगों की जिन्दगी बदलेगी और भारत तरक्की करेगा, ये दुनिया के लिए अध्यात्म की जगह बनेगा, दुनिया भर से लोग वृंदावन आ सकेंगे जो अध्यात्म के बारे में जान सकेंगे, भारत अध्यात्म की धरती है और वृंदावन इसका सबसे बड़ा केंद्र बनेगा,
बांके बिहारी कॉरिडोर बनना जरूरी है ताकि दर्शनार्थी आनंद के साथ सुगमता से दर्शन कर सकें.
जहां-जहां कॉरिडोर बने हैं वहां श्रद्धालुओं के सुविधाएं बढ़ी हैं।