रांची: भाजपा द्वारा रिम्स निदेशक को हटाये जाने पर बाबूलाल की प्रतिक्रिया के जवाब में प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सोनाल शांति ने उक्त जवाब दिया।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर वार भाजपा के गले नहीं उतर रहा है। सरकार के निर्णय के इतर रिम्स निदेशक के कार्यकलाप थे, जिससे व्यवस्थाएं प्रभावित हो रही थी इसे नियंत्रण में रखने हेतु रिम्स निदेशक का हटाना जरूरी था। भाजपा के कार्यकाल में मजबूत की गई भ्रष्टाचार की जड़ों पर महागठबंधन सरकार द्वारा प्रहार किए जाने के कारण भाजपा में बौखलाहट है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के कार्यकाल में ही प्रथम जेपीएससी परीक्षा में घोटाला हुआ जिसका दंश झारखंड का युवा आज भी झेल रहा है ।इस आयोग के सभी सदस्य जेल में रहे हैं। बाबूलाल जी जिस नेता को भ्रष्टाचारी कहते हैं उसी भ्रष्टाचारी को भाजपा में शामिल करते हैं। दवा घोटाले के आरोपी भानु प्रताप शाही इसके उदाहरण मात्र है। एक पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने अपने कार्यकाल में ही कई सरकारी सुविधाओं से अपने मेडिकल कॉलेज को लाभान्वित किया। भाजपा के कार्यकाल में हुए घोटाले के कारण कई अधिकारी जेल जा चुके हैं जिसकी सूची बाबूलाल जी के पास है उन्हें यह सूची जारी करनी चाहिए।
“महागठबंधन सरकार भ्रष्टाचार पर वार” वाली सरकार है बाबूलाल जी को इस अभियान में सहायक बनना चाहिए रोड़ा नही। 2014 से लेकर 2019 तक के भाजपा के मुख्यमंत्री रघुवर दास के काले कार्यकाल को जनता भूली नहीं है। इस कार्यकाल में टॉफी घोटाला टी-शर्ट घोटाला किया गया निवेशकों को बुलाने के नाम पर खर्च हुए हजारों करोड़ों का हिसाब नहीं। बाबूलाल जी को अपने चश्मे से यह सब नहीं दिखता।