रांची: 7 मार्च को रांची के बरियातू थाना क्षेत्र में ग्रीन पार्क से चेशायर होम रोड ऑफिस जाने के क्रम में कोयला व्यवसायी बिपिन कुमार मिश्रा पर तीन बाइक सवार अपराधियों ने जानलेवा हमला किया था, जिसमें वह घायल हो गए थे। इस कांड का पुलिस ने खुलासा करते हुए 6 अपराधियों को विदेशी हथियार के साथ गिरफ्तार किया है। इस गोलीकांड की जिम्मेवारी सोशल मीडिया के माध्यम से अमन साव गिरोह ने ली थी। इस घटना की जांच में गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने एसआईटी टीम का गठन किया और इस गोली कांड को अंजाम देने वाले मुख्य साजिशकर्ता प्रेम पांडेय समेत 6 अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
सिटी एसपी के नेतृत्व में गठित किया गया था एसआईटी
रांची के डीआईजी सह एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा के निर्देश पर सिटी एसपी राजकुमार मेहता के नेतृत्व में एसआईटी टीम गठन किया गया था। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू की गई। एसएसपी ने बताया कि एक साथ छह जगह पर जांच शुरू की गई थी। एसआईटी टीम में 6 डीएसपी रैंक के अधिकारी और कई इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारियों को शामिल किया गया था। आखिरकार रांची से ही 6 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है।
मुख्य साजिशकर्ता प्रेम प्रकाश पांडेय निकला
गिरफ्तार अपराधियों में प्रेम प्रकाश पांडे मुख्य साजिशकर्ता है। जिसने अमन साहू गिरोह के संपर्क में आने के बाद इस हत्याकांड को अंजाम देने की साजिश रची थी। उसके साथ रहमान अंसारी, करण कुमार उरांव, अविनाश कुमार ठाकुर, शोभित सिंह और विशाल मुंडा को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। प्रेम प्रकाश पांडे और रहमान अंसारी पुलिस गिरफ्त में आने के बाद भागने की कोशिश में पुलिस वाहन से कूद गए, इस दौरान दोनों घायल हो गए हैं। जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं है। उनका इलाज अस्पताल में चल रहा है। इन सभी के पास से दो 09 MM GLOCK लोडेड पिस्टल, एक रेगुलर 09 mm पिस्टल एवं एक 7.62 बोर का पिस्टल एवं गोली बरामद किया गया। जिनका उपयोग इस घटना में किया गया हैं।
जेल में रची गई थी साजिश, हथियार भी उपलब्ध कराए गए थे
इस हमले की साजिश रायपुर जेल में बंद गैंगस्टर अमन साहू (मृत) के इशारे पर रची गई थी। जेल में बंद आकाश राय उर्फ मोनू ने प्रेम पांडेय को हथियार उपलब्ध कराए थे। इसके बाद प्रेम पांडेय ने बक्सर से आए शूटर अविनाश ठाकुर और शोभित सिंह को इस वारदात में शामिल किया। घटना को अंजाम देने के लिए वाहन की व्यवस्था करण ने की थी, जबकि चालक के रूप में रहमान को तैनात किया गया था। वहीं, विपिन मिश्रा की रेकी करने का काम विशाल मुंडा को सौंपा गया था। घटना के दिन रहमान के साथ दोनों शूटर विपिन मिश्रा पर हमला करने पहुंचे। अपराधियों को ठहराने की व्यवस्था प्रेम पांडेय ने श्री रामकृष्ण इंक्लेव में की थी।
मंगलवार को एसएसपी चंदन सिन्हा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पूरे मामले का खुलासा किया।