रांची में जल संकट गहराया, पानी की किल्लत से जनता परेशान 🚰💧

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रांची, 15 फरवरी 2025 – झारखंड की राजधानी रांची में जल संकट गहराता जा रहा है। पिछले कुछ हफ्तों से शहर के कई इलाकों में पानी की आपूर्ति प्रभावित हो रही है, जिससे हजारों परिवारों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खासकर डोरंडा, कडरू, रातू रोड, हरमू, कोकर और बिरसा चौक जैसे इलाकों में पानी की भारी किल्लत देखी जा रही है।

🔴 जल संकट का कारण क्या है?

 

🔹 कम वर्षा: विशेषज्ञों का कहना है कि इस साल मॉनसून कमजोर रहा, जिससे जलाशयों में पानी का स्तर काफी नीचे चला गया।
🔹 भूजल स्तर में गिरावट: शहर में लगातार हो रहे बोरवेल और ट्यूबवेल के अधिक उपयोग से भूमिगत जल भी कम होता जा रहा है।
🔹 जल प्रबंधन की कमी: नगर निगम और जल बोर्ड की ओर से समय पर उचित योजना नहीं बनाई गई, जिससे समस्या और बढ़ गई।
🔹 अनियंत्रित निर्माण कार्य: रांची में तेजी से हो रहे कंस्ट्रक्शन और अवैध बोरिंग के कारण जल स्रोत प्रभावित हो रहे हैं।

💧 शहर के जलाशयों में पानी की स्थिति

 

रांची के प्रमुख जल स्रोतों में भी पानी की मात्रा बहुत कम हो गई है:

📌 रुक्का डैम – 70% पानी सूख चुका है
📌 हटिया डैम – जल स्तर 50% तक गिरा
📌 कांके डैम – पानी 60% कम हुआ
📌 धुर्वा डैम – जल स्तर सामान्य से 40% कम

शहर के 200 से ज्यादा हैंडपंप सूख चुके हैं, जिससे ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में पानी की भारी दिक्कत हो रही है।

🚰 प्रशासन ने क्या कदम उठाए?

 

💠 टैंकर सेवा चालू: नगर निगम ने कुछ इलाकों में पानी के टैंकर भेजने शुरू किए हैं, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है।
💠 जल संरक्षण अभियान: लोगों को पानी बचाने और पारंपरिक जल स्रोतों को पुनर्जीवित करने के लिए जागरूक किया जा रहा है।
💠 अवैध बोरिंग पर सख्ती: प्रशासन ने बिना अनुमति के चल रहे बोरवेल और बोरिंग को बंद करने का आदेश दिया है।
💠 वैकल्पिक जल स्रोतों की खोज: झारखंड सरकार नई जल संरक्षण योजनाओं पर विचार कर रही है, जिसमें रिवर लिंकिंग प्रोजेक्ट भी शामिल है।

🏡 जनता का क्या कहना है?

रांची के कई इलाकों में रहने वाले लोगों ने प्रशासन से जल संकट को जल्द से जल्द हल करने की मांग की है।

🗣️ रेखा देवी (हरमू निवासी): “हमारी गली में पिछले 5 दिनों से पानी नहीं आ रहा। मजबूरन महंगे दामों पर टैंकर से पानी खरीदना पड़ रहा है।”
🗣️ रवि कुमार (डोरंडा निवासी): “नगर निगम को पहले से तैयारी करनी चाहिए थी। अब हमें रोज़ पानी के लिए जूझना पड़ रहा है।”
🗣️ मोहम्मद सलीम (कोकर निवासी): “हमने पानी बचाने के लिए रेनवॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया है, लेकिन प्रशासन को भी ठोस कदम उठाने चाहिए।”

🚨 क्या हो सकता है समाधान?

 

पानी का संयमित उपयोग: लोगों को चाहिए कि वे बेवजह पानी की बर्बादी न करें और जल संरक्षण को प्राथमिकता दें।
वर्षा जल संचयन (Rainwater Harvesting): घरों और अपार्टमेंट्स में वर्षा जल संचयन प्रणाली अनिवार्य की जाए।
भूजल पुनर्भरण: अधिक से अधिक तालाब, कुएं और झीलों को पुनर्जीवित करने की योजना बने।
सरकारी जल आपूर्ति व्यवस्था को सुधारें: पाइपलाइन की लीकेज को ठीक करें और बेहतर जल वितरण प्रणाली लागू करें।

📢 निष्कर्ष

 

रांची में जल संकट गंभीर रूप ले रहा है, लेकिन यदि प्रशासन और जनता मिलकर प्रयास करें, तो इस समस्या का समाधान निकाला जा सकता है। सरकार को चाहिए कि जल संरक्षण की दिशा में सख्त कदम उठाए, और जनता को भी पानी बचाने की जिम्मेदारी लेनी होगी।

🚰 “पानी बचाएं, जीवन बचाएं!”