अयोध्या में भव्य राम मंदिर उद्घाटन: भारत के इतिहास में नया स्वर्णिम अध्याय

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अयोध्या, उत्तर प्रदेश – 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में भव्य राम मंदिर का उद्घाटन हुआ, जो भारत के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय जोड़ता है। वर्षों के इंतजार के बाद, श्रीराम जन्मभूमि पर भगवान रामलला की प्रतिष्ठा के साथ मंदिर के गर्भगृह का विधिवत उद्घाटन किया गया। इस ऐतिहासिक क्षण को देखने के लिए लाखों श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे, जबकि देश-विदेश के करोड़ों लोगों ने इसे लाइव प्रसारण के माध्यम से देखा।

प्रधानमंत्री मोदी की विशेष उपस्थिति और पूजा अनुष्ठान

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर उद्घाटन समारोह में भाग लिया और विधिवत पूजन कर भगवान श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा की। उन्होंने इसे केवल एक मंदिर नहीं, बल्कि भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पुनर्जागरण का प्रतीक बताया। प्रधानमंत्री ने कहा,
“यह मंदिर केवल पत्थरों से बना एक ढांचा नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, श्रद्धा और धैर्य का प्रतीक है। आज का दिन पूरे देश के लिए एक भावनात्मक और ऐतिहासिक दिन है।”

उद्घाटन समारोह में विशिष्ट अतिथि

 

इस अवसर पर देश-विदेश की कई प्रमुख हस्तियां मौजूद थीं:

  • राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत
  • उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
  • गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
  • बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार अमिताभ बच्चन, रजनीकांत, अजय देवगन सहित अन्य सितारे
  • देश के प्रमुख संत-महात्मा और धार्मिक गुरुओं की उपस्थिति

अयोध्या नगरी को इस खास मौके के लिए अद्भुत ढंग से सजाया गया। मंदिर के चारों ओर दिव्य रोशनी बिखरी रही, और भव्य आतिशबाजी ने माहौल को और भी पवित्र बना दिया।

अयोध्या: श्रद्धालुओं का महासंगम

 

राम मंदिर उद्घाटन के लिए देशभर से लाखों श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और होटल-धर्मशालाओं में भारी भीड़ देखी गई। सरकार ने विशेष ट्रेनों और बसों की व्यवस्था की, ताकि श्रद्धालु सुगमता से अयोध्या पहुँच सकें।

भव्य शोभायात्रा:
उद्घाटन से पहले अयोध्या में श्रीराम की विशाल शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान के भव्य स्वरूपों के साथ-साथ पारंपरिक नृत्य और झांकियों ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

राम मंदिर की विशेषताएँ

  • स्थापत्य शैली: यह मंदिर नागर शैली की वास्तुकला में बना है।
  • मुख्य संरचना: मंदिर की ऊँचाई 161 फीट है और इसमें 392 खंभे हैं।
  • भव्य गर्भगृह: यहां भगवान श्रीराम की बाल स्वरूप में मूर्ति स्थापित की गई है।
  • परिसर विस्तार: मंदिर परिसर में भक्तों की सुविधाओं के लिए विशाल प्रांगण, यज्ञशाला और संग्रहालय बनाए गए हैं।
  • सुरक्षा व्यवस्था: हाईटेक सीसीटीवी, ड्रोन कैमरों और विशेष सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है।

अर्थव्यवस्था और पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

 

अयोध्या का यह भव्य मंदिर केवल धार्मिक महत्व ही नहीं रखता, बल्कि इससे क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था और पर्यटन को भी जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा। अनुमान है कि प्रतिदिन लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आएंगे, जिससे स्थानीय व्यवसायों, होटलों, रेस्तरां और पर्यटन स्थलों की आय में वृद्धि होगी।

देशभर में जश्न का माहौल

 

राम मंदिर उद्घाटन पर पूरे देश में दीपोत्सव जैसा माहौल देखा गया। वाराणसी, मथुरा, प्रयागराज, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता सहित कई शहरों में भक्तों ने दीप जलाकर भगवान राम का स्वागत किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने सभी भारतीयों से “एक दिया श्रीराम के नाम” जलाने की अपील की थी, जिसे करोड़ों लोगों ने अपनाया।

निष्कर्ष

 

राम मंदिर का उद्घाटन भारत के लिए धर्म, आस्था, न्याय और धैर्य की जीत का प्रतीक है। यह मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र बनेगा, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए भारत की सांस्कृतिक विरासत को भी संजोएगा। अयोध्या का यह ऐतिहासिक क्षण सदियों तक याद रखा जाएगा।

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